शुक्रवार, मई 20, 2005

चयन का नाटक तो नहीं

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान ग्रेग चैपल को दो वर्षों के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का कोच चुन लेने की घोषणा की गई है.

पिछले कई दिनों से देश-विदेश में इस बात की खुली चर्चा थी कि साक्षात्कार भले ही चार खिलाड़ियों का हो रहा हो, चुने जाएँगे चैपल ही. शायद इसी खुले रहस्य ने पाँचवें उम्मीदवार संदीप पाटिल को अपना नाम वापस लेने के लिए बाध्य किया. लेकिन तीन अन्य उम्मीदवार मोहिन्दर अमरनाथ, डेसमंड हेंस और टॉम मूडी भारतीय क्रिकेट बोर्ड के नाटक में फंस ही गए.

बोर्ड के एक अधिकारी ने तो साक्षात्कार से पहले ही अमरनाथ की देसी कोच बनाम विदेशी कोच का विवाद खड़ा करने के कोशिश पर अपनी नाख़ुशी भी ज़ाहिर कर दी. इसी तरह कप्तान सौरभ गांगुली और बोर्ड पर अपना असर रखने वाले जगमोहन डालमिया का चैपल के पक्ष में होने की बात भी जगज़ाहिर थी.

चुने जाने के बाद चैपल ने भारतीय कोच के काम को चुनौती भरा बताया है. कोई शक नहीं चैपल चारों उम्मीदवारों में सबसे ज़्यादा कुशल हैं, लेकिन यदि उन्हे चुनना ही था तो फिर इंटरव्यू का नाटक क्यों खेला गया.

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