बुधवार, अप्रैल 27, 2005

श्री गणेशाय नम:

श्री गणेशाय नम:!

ईश्वर, 'देश-दुनिया' को विचारवान लोगों तक पहुँचाना. यह एक गंभीर विचार-मंच का रूप ले सके...स्वस्थ वाद-विवाद का केंद्र बने...अभिनव विचारों का स्रोत बने.

सबका भला हो. जय हो!

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