ये भी पता चला कि विदेशी प्रकाशनों और वेबसाइटों के अलावा भारत में भी राष्ट्र के मानचित्र को ग़लत दिखाने के अनगिनत उदाहरण मौजूद हैं. कुछ ग़लतियाँ अनजाने में होती हैं, तो कुछ के पीछे विदेशी स्वामित्व वाली ग्राफ़िक्स कंपनियों की नादानी (या शरारत?) होती है.
ग़लत मानचित्रों पर नज़र डालने से पहले आइए देखते हैं भारत सरकार द्वारा स्वीकृत मानचित्र. (आगे के मानचित्रों में सीधे ग़लतियों तक पहुँचने के लिए कृपया इस सही नक़्शे के शिखर पर ग़ौर करें.)-
ग़लत मानचित्रों के कुछ नमूने -
(अमरीका के अन्य सरकारी विभागों, मीडिया संस्थानों और विश्विद्यालयों में भी इसी के जैसे भारतीय नक़्शे प्रचलित हैं.)
2. यूरोपीय संघ
(भारत में ब्रितानी उच्चायोग ने इस नक़्शे वाले पेज पर नीचे जाकर एक डिस्क्लेमर का लिंक(डिस्क्लेमर नहीं, उसका लिंक!) दिया है जो कहता है- This map should not be considered an authority on the delimitation of international or other boundaries nor on the spelling or use of place and feature names. This map is not to be taken as necessarily representing the views of the UK Government on boundaries or political status. यदि भारत उत्तरी आयरलैंड को ब्रिटेन के बजाय आयरलैंड की सीमा में डाल कर ऐसा ही कोई लिंक लगा दे, तो ब्रितानी सरकार शायद चुप नहीं बैठेगी.)
(हालाँकि आईएफ़सीएम के 'लोगो' में सही नक़्शे के अंश का उपयोग किया गया है.)
शटरस्टॉक की वेबसाइट पर भारत के ग़लत नक़्शों के ऐसे अनेक उदाहरण मौजूद हैं. (सही नक़्शे की प्रतिकृतियाँ भी हैं.)