tag:blogger.com,1999:blog-12465571.post116372052339768197..comments2023-10-20T10:08:13.617+00:00Comments on देश-दुनिया: रोमाँचकारी होगा आने वाला कलहिंदी ब्लॉगर/Hindi Bloggerhttp://www.blogger.com/profile/04059710706721725509noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-12465571.post-1164218082456815832006-11-22T17:54:00.000+00:002006-11-22T17:54:00.000+00:00HINDI MEI ITNA AAGE KI LIKHNE WALA BAHUT BIRLE HI ...HINDI MEI ITNA AAGE KI LIKHNE WALA BAHUT BIRLE HI MILTE HAIN...ABHI PICHLE DINO CONSUMER WORLD PER AUR AB AANE WALA KAL...SACHMUCH AAPKA BLOG KUCHH HATKAR HAI...YA YON KAHEN KI ANOKHI JANKARIYON KA SAGAR HAI...FUTURISTIC LEKH KUCH JYADA HI ACHCHHE HOTE HAIN....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12465571.post-1164137681417594352006-11-21T19:34:00.000+00:002006-11-21T19:34:00.000+00:00बहुत उम्दा जानकारी है. बस आप लिखते रहा कीजीये, हमे...बहुत उम्दा जानकारी है. बस आप लिखते रहा कीजीये, हमें तो इससे ही आनंद आ जाता है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12465571.post-1163942491064567102006-11-19T13:21:00.000+00:002006-11-19T13:21:00.000+00:00सागर भाई, 'देश-दुनिया' का टेम्पलेट काले बैकग्राउंड...सागर भाई, 'देश-दुनिया' का टेम्पलेट काले बैकग्राउंड वाला तो नहीं रखा है मैंने. टेम्पलेट में मैंने कुछ छेड़छाड़ की है, लेकिन इतना तो तय है कि मुख्य सामग्री के लिए मैंने सादा पृष्ठभूमि पर काले अक्षर सेट किए हैं. <BR/>आपकी शिकायत पर(एक और पाठक की भी शिकायत थी) पिछली बार भी मैंने जाँचने की कोशिश की थी. मुझे ज़्यादा तकनीकी जानकारी तो नहीं है, लेकिन जहाँ तक अटकल लगा पाया मुझे ये कारण दिखा: यदि पेज पूरी तरह डाउनलोड नहीं हो, तब शायद पेज काले बैकग्राउंड में दिखता है. पेज डाउनलोड पूरी तरह क्यों नहीं होता ये पता नहीं, क्योंकि डिज़ायन तो ज़्यादा भारी नहीं है!हिंदी ब्लॉगर/Hindi Bloggerhttps://www.blogger.com/profile/04059710706721725509noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12465571.post-1163919667863824182006-11-19T07:01:00.000+00:002006-11-19T07:01:00.000+00:00ऐसे टेम्पल्ट रखने का क्या फ़ायदा जिसकी वजह से इतने ...ऐसे टेम्पल्ट रखने का क्या फ़ायदा जिसकी वजह से इतने सुन्दर लेख पढ़ने का मजा किरकिरा हो जाता है, काले ब्रेकग्राऊन्ड पर काले अक्षर! कैसे पढ़े जाये भैया जी<BR/>कम से कम टेम्पलेट बदल दें।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12465571.post-1163897513973657872006-11-19T00:51:00.000+00:002006-11-19T00:51:00.000+00:00वाकई रोमांचकारी होगा भविष्य, यह तो तय पाया.आज भी अ...वाकई रोमांचकारी होगा भविष्य, यह तो तय पाया.आज भी अगर पशुओं को खुद मार कर खाना हो, तो ज्यादातर मांसाहारी शाकाहारी हो जायें, मगर जब खुद मारते नहीं, कटे कटाये जानवार की भावनायें कोई यंत्र क्या बतायेगा. तब उस की कितनी उपयोगिता?? पता नहीं!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12465571.post-1163775132916855842006-11-17T14:52:00.000+00:002006-11-17T14:52:00.000+00:00लेकिन इन विज्ञानियों को अगर जगदीश चंद्र बसु का शोध...लेकिन इन विज्ञानियों को अगर जगदीश चंद्र बसु का शोध याद आ जाता, जिन्होनें पौधो के भावानायें होने का प्रमाण दिया था तब मनु्ष्य के खाने को क्या बचता?Atul Arorahttps://www.blogger.com/profile/00089994381073710523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12465571.post-1163764751589652732006-11-17T11:59:00.000+00:002006-11-17T11:59:00.000+00:00वाह क्या बात है! ऐसा होगा हमारा भविष्य!वाह क्या बात है! ऐसा होगा हमारा भविष्य!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-12465571.post-1163756394593895532006-11-17T09:39:00.000+00:002006-11-17T09:39:00.000+00:00पढ़कर ही रोमांच हो आया!पढ़कर ही रोमांच हो आया!रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com